आई फ्लू और इलैक्ट्रोहोम्योपैथी
ये समस्या आंखों के लाल होने से शुरू होती है और उसके साथ - साथ आंख में खुजली, चुभन और कई बार सूजन भी आ जाती है। मेडिकल भाषा मे इसे कंजंक्टिवाइटिस कहते हैं और आम भाषा मे आई फ्लू , आंख आना , गुलाबी आंखे आदि नामो से जाना जाता है ।
कई बार इस रोग के होने पर लापरवाही रोग को बढा सकती है । अतः समय ⌚ पर आंखो को साफ ठंडे पानी से दिन मे कई बार धोना चाहिए। इस रोग पर इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक मेडिसिन का प्रभाव तुरन्त असर दिखाता है और रोग की तीव्रता को कम करने के साथ-साथ जल्द ठीक भी करता है ।
सावधानी
इस रोग के होने पर साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आंखो को बार बार हाथो से नही छूना चाहिए क्योकि यह फैलने वाला रोग है यह संक्रमित व्यक्ति की आंखो को देखने से नही फैलता अपितु संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने या उसका प्रयोग किया तौलिया , साबुन आदि इस्तेमाल करने से फैल सकता है ।
इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक उपचार
इस रोग मे इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक की मेडिसिन बहुत कारगर है
आई ड्राप
A2C5B.E/G.E +गुलाब जल +आषुत जल
आई ड्राप की दो दो बूंद दिन मे चार बार आंखो मे डाले तथा दो चम्मच गाय के कच्चे व ठंडे दूध मे आई ड्राप की 5 बूंद डालकर रूई के फाहे इसमे भिगाकर आंखो पर रात मे सोते समय रखे ।
S1+S12+W.E d5 tds
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