स्तनपान से क्या फायदे है और इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक मेडिसिन से दूध मे बढ़ोतरी

 स्तनपान क्यो जरूरी है ?

माँ का दूध बच्चे की भूख मिटाता है, उसके शरीर मे पानी की आवश्यकता को पूरी करता है, हर प्रकार कि बीमारी से बचाता है, और वो सारे पोषक तत्त्व प्रदान करता है जो बच्चे को कुपोषण से बचाने के लिए और अच्छे शारारिक विकास के लिए जरुरी है। माँ का दूध बच्चे के मस्तिष्क के सही विकास के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 




क्या है स्तनपान -: 


माँ के द्वारा अपने शिशु को अपने स्तनों से आने वाला प्राकृतिक दूध पिलाने की क्रिया को स्तनपान कहते हैं। यह सभी स्तनपाइयों में आम क्रिया होती है। स्तनपान नवजात शिशु के लिए प्रकृति का सबसे ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक आहार है । स्तनपान के समय माँ और शिशु का भावनात्मक रिश्ता जुड़ता है जिस समय माँ अपने शिशु को स्तनो से लगाती है तब माँ कि स्कीन से उत्पन्न गर्माहट से शिशु के शरीर के तापक्रम को मेनटेन करने मे स्तनपान सहायता प्रदान करता  है । 





क्या फायदे है शिशु को स्तनपान के 


¤ नवजात शिशु में रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति नहीं होती। माँ के दूध से यह शक्ति शिशु को प्राप्त होती है। 


¤ स्तनपान शिशु के लिए संरक्षण और संवर्धन का काम करता है। 


¤ स्तनपान शिशु को इन्फेक्शन से लडने मे मदद करता है । 


¤ स्तनपान नवजात के मस्तिष्क के विकास मे मदद करता है । 



¤ स्तनपान से शिशु को रोगो से लडने मे मदद मिलती है । 


¤ अगर प्रारम्भिक 6 महीने तक शिशु स्तनपान करता है तो उसे सांस फूलने या त्वचा संबंधित बीमारिया होने का खतरा बहुत कम हो जाता है । 




माँ के दूध में लेक्टोफोर्मिन नामक तत्व होता है, जो बच्चे की आंत में लौह तत्त्व को बांध लेता है और लौह तत्त्व के अभाव में शिशु की आंत में रोगाणु पनप नहीं पाते , माँ के दूध से आए साधारण जीवाणु बच्चे की आंत में पनपते हैं और रोगाणुओं से प्रतिस्पर्धा कर उन्हें पनपने नहीं देते। माँ के दूध में रोगाणु नाशक तत्त्व होते हैं। जो उन रोगाणु-विशेष के खिलाफ प्रतिरोधात्मक तत्व बनाते हैं। ये तत्व एक विशेष नलिका थोरासिक डक्ट से सीधे माँ के स्तन तक पहुंचते हैं और दूध से बच्चे के पेट में। इस तरह बच्चा माँ का दूध पीकर सदा स्वस्थ रहता है। 




स्तनपान माँ के लिए भी फायदेमंद 

जी हाँ स्तनपान माँ के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है अगर आप अपने शिशु को जन्म से लेकर 6 माह तक स्तनपान कराती है तो आपको निम्न फायदे हो सकते है -: 


● सर्वप्रथम यह आपके ओर शिशु के बीच भावनात्मक संबंध मजबूत करता है जिस कारण प्रसव के दौरान हुई पीडा को कम करने मे मदद कर सकता है । 





● स्तनपान कराने से गर्भाशय को सिकुडकर वापस पहले वाली स्थिति मे आने मे मदद मिलती है । 


● स्तनपान से कुछ समय के लिए डिंबोत्सर्जन रूक सकता है जिस कारण आप ओर कुछ समय के लिए मासिकधर्म से बची रह सकती है ।


● स्तनपान आपके शरीर को मजबूत व वजन घटाने व दुबारा वजन न बढने मे मददगार सिद्ध हो सकता है । 


● स्तनपान करने वाले शिशु की नैपी मे बदबू न के बराबर होती वही डिब्बे का दूध पीने वाले बच्चो की नैपिया बदबूदार होती है । 


अगर माँ के स्तनो मे दूध कम बनता है तब इलैक्ट्रोहोम्योपैथी मे इस समस्या से निपटने के लिए फायदेमंद हर्बल मेडिसिन है जो बिना किसी साइड इफैक्ट्स के स्तनो के दूध को बढा सकती है ।

इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक मे स्क्रोफोलोसो ग्रुप की S2 1st dilution B.D 

इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक मेडिसिन के प्रयोग से पहले आप अपने इलैक्ट्रोहोम्योपैथ चिकित्सक से परामर्श अवश्य करे ।


टिप्पणियाँ

  1. जय जय मेट इज तुमचे मार्गदर्शन फार आवडले असेच आम्हाला पूर्ण कृपया तिची माहिती देणे आवश्यक

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