सुबह उठते ही जोडो मे दर्द यूरिक एसिड की निशानी , न करे नजरअंदाज, उपाय है इलैक्ट्रोहोम्योपैथी
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आज ही अपनाये हर्बल इलैक्ट्रोहोम्योपैथी को अगर आपको सुबह उठकर जोडो मे तेज दर्द होता है तो आप इसे इग्नोर न करे ।
क्या है यूरिक एसिड?
यूरिक एसिड हमारे शरीर मे मौजूद एक तरह का केमिकल होता है जो कि वेस्ट प्रोडेक्ट होता है । यह प्यूरीन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है जिसे किडनी के द्वारा फिल्टर कर के पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर कर दिया जाता है ।
यूरिक एसिड का लेवल कब हाई होता है ?
ज्यादातर रक्त मे यूरिक एसिड का स्तर तब बढता है जब शरीर मे प्यूरीन अधिक बनता है या भोजन के द्वारा आप अधिक प्यूरीन ग्रहण कर लेते है तथा कई बार किडनी की कार्यक्षमता कम होने के कारण प्यूरीन का फिल्ट्रेशन कम होता है जिस कारण आपके शरीर मे यूरिक एसिड का लेवल हाई हो जाता है।
तथा इसके अलावा भी कई कारण है जिनकी वजह से यूरिक एसिड के लेवल मे बदलाव हो सकता है -:
¤ मोटापा
¤ मादक पदार्थो का अधिक सेवन
¤ अनुवांशिक कारण
¤ मूत्रवर्धक मेडिसिन का प्रयोग
¤ किडनी की समस्या
¤ कीमोथेरेपी
¤ हाइपोथायराइडिज्म
¤ अधिक प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन आदि।
¤ मादक पदार्थो का अधिक सेवन
¤ अनुवांशिक कारण
¤ मूत्रवर्धक मेडिसिन का प्रयोग
¤ किडनी की समस्या
¤ कीमोथेरेपी
¤ हाइपोथायराइडिज्म
¤ अधिक प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन आदि।
सावधानी
इस समस्या के होने पर आपको अपने आहार व मेडिसिन का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
क्या नही खाना चाहिए ।
• अधिक प्यूरीन युक्त आहार
• लाल मीट
• समुंद्री खाद्यपदार्थ
• पालक
• बीन्स
• मटर
• गोभी
• मशरूम
• दाले
• डेयरी प्रोडेक्ट
• शराब
इस रोग मे आपको हर्बल इलैक्ट्रोहोम्योपैथी की मेडिसिन का प्रयोग करना लाभदायक सिद्ध हो सकता है अगर आप अपने इलैक्ट्रोहोम्योपैथ चिकित्सक से परामर्श ले कर इन मेडिसिन का प्रयोग करे । इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक की मेडिसिन हर्बल व हानिरहित है।
इस समस्या के होने पर आपको अपने आहार व मेडिसिन का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
क्या नही खाना चाहिए ।
• अधिक प्यूरीन युक्त आहार
• लाल मीट
• समुंद्री खाद्यपदार्थ
• पालक
• बीन्स
• मटर
• गोभी
• मशरूम
• दाले
• डेयरी प्रोडेक्ट
• शराब
इस रोग मे आपको हर्बल इलैक्ट्रोहोम्योपैथी की मेडिसिन का प्रयोग करना लाभदायक सिद्ध हो सकता है अगर आप अपने इलैक्ट्रोहोम्योपैथ चिकित्सक से परामर्श ले कर इन मेडिसिन का प्रयोग करे । इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक की मेडिसिन हर्बल व हानिरहित है।
C5+G.E /W.E का लोशन प्रभावित स्थान पर रूई मे भिगाकर बांधना।
A2+C2+C4+F1 3rd dilution हर 1घंटे पर पीना अगर रोग नया है परन्तु रोग के पुराना होने पर 30 dilution या 200 /1000 dilution का प्रयोग करना चाहिए।
और गोलियो मे S1L1A3C1 भी प्रयोग करना चाहिए।
और अपने आहार मे साबुतअनाज , ब्रोकली,अजवाइन और विटामिन सी का प्रयोग करना चाहिए।
और गोलियो मे S1L1A3C1 भी प्रयोग करना चाहिए।
और अपने आहार मे साबुतअनाज , ब्रोकली,अजवाइन और विटामिन सी का प्रयोग करना चाहिए।
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