एसिडिटी से छुटकारा इलैक्ट्रोहोम्योपैथी का सहारा



आज हम बात करेंगे एसिडिटी के बारे मे इस समस्या से लगभग सभी को अपने जीवन मे कभी न कभी सामना करना ही पडता है , यह रोग पाचन तंत्र की खराबी के कारण पैदा होता है ।






एसिडिटी के होने पर दिखाई देने वाले लक्षण-:

¤ पेट मे जलन होना

¤ खट्टी डकारे आना

¤ सर दर्द करना

¤ पेट का फूलना

¤ पेट दर्द होना

¤ उबकाई आना

¤ जी मिचलाना

¤ मुँह का स्वाद कडवा रहना

¤ अत्यधिक डकारे आना

¤ सीने मे जलन होना





एसिडिटी की शुरुआत के कई कारण हो सकते है जैसे -:

• तेज मसालेदार भोजन करना

• चाय या काफी ज्यादा पीना

• तीखे व चटपटे पदार्थो का सेवन

• पान मसाला खाना

• शराब पीना





कई बार एसिडिटी की समस्या ज्यादा देर भूखे रहने के कारण भी हो जाती है। तथा और भी अन्य कई कारण है जो एसिडिटी की समस्या को उत्पन्न करते है ,जैसे -: काफी लम्बे समय तक एलोपैथिक मेडिसिन का प्रयोग या नमक का अधिक सेवन करना ,खाना खाते ही सो जाना , तनाव लेना आदि। 






कभी-कभी गर्भवती महिलाओ को भी एसिड रिफ्लक्स की समस्या हो जाती है । आज के समय मे खेती मे प्रयोग किये जाने वाले कीटनाशक, उर्वरक, यूरिया तथा जहरीले रासायनिक जो फसलो व खाद पदार्थो मे उनकी सुरक्षा के लिए प्रयोग किये जाते है वह खाद्य पदार्थो के माध्यम से मानव शरीर मे पहुंचकर नुकसान पहुंचाते है जिससे पेट संबंधित रोग उत्पन्न होते है।



आप इस लिंक पर भी यूट्यूब चैनल पर एसिडिटी से संबंधित जानकारी देख सकते है 👇
https://youtu.be/vKIrN9oL4LE

एसिडिटी से बचने के उपाय-:

इस रोग से बचने के लिए आपको पेट भर भोजन नही करना चाहिए। तथा हो सके तो जैविक खेती से तैयार सब्जियो का ही सेवन करे , तथा तेज मिर्च मसाले का बहुत कम मात्रा मे प्रयोग करना चाहिए ओर साथ ही साथ इलैक्ट्रोहोम्योपैथी की मेडिसिन का प्रयोग भी अपने चिकित्सक से परामर्श ले कर करना चाहिए। ये मेडिसिन पूर्ण रूप से हर्बल पेड पौधो के अर्क से तैयार की जाती है।



इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक मेडिसिन हर्बल व हानिरहित होती है इनका मानव शरीर पर कोई दुष्प्रभाव भी नही होता है । एसिडिटी की समस्या होने पर इलैक्ट्रोहोम्योपैथी मे F1+W.E+C10 3rd dilution tds before meal 10  drop 1/2 cup of water 💧
S10 5th dilution tds After Meal 10 drop 1/2 cup of water 💧

तथा इन हर्बल इलैक्ट्रोहोम्योपैथी  मेडिसिन के साथ -साथ अन्य कुछ बातो का भी ध्यान रखना चाहिए। जैसे -: सुबह उठकर एक से दो गिलास पानी पीये और योग करे इस रोग मे अनुलोम विलोम लाभदायक सिद्ध हो सकता है ।


उपरोक्त सभी मेडिसिन हर्बल इलैक्ट्रोहोम्योपैथ चिकित्सक की देखरेख मे ले ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

वेरीकोज वेन्स कारण, लक्षण और उपचार

फैटी लीवर और इलैक्ट्रोहोम्योपैथी

पित्त की पथरी और इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक उपचार ?